तमिलनाडु के कोयंबटूर से एक निजी स्कूल में संघ की शाखा को लेकर एक विवाद सामने आया है। यहाँ संघ का विरोध करते हुए थनथई पेरियार द्रविड़र कज़ख़म (Thanthai Periyar Dravidar Kazhagam) (TPDK) समेत कई वामपंथी समूहों ने संघ की शाखा का विरोध करते हुए प्रदर्शन प्रारंभ कर दिया। इस विरोध के बाद पुलिस की कई समूहों के साथ मुठभेड़ भी हुई।
तमिलनाडु के कोयंबटूर शहर में शुक्रवार (31 दिसंबर, 2021) को टीपीडीके के जनरल सेक्रेटरी के रामाकृष्णन के नेतृत्व में एक निजी स्कूल के बाहर सुबह 8:00 बजे लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। ये लोग स्कूल में आरएसएस के स्वयंसेवकों द्वारा शाखा का आयोजन कराने का विरोध करने को इकट्ठा हुए थे।
इन लोगों का कहना था कि संघ द्वारा शाखा का आयोजन लोगों के बीच में भय फैलाने और अराजकता करने के लिए किया जा रहा कृत्य है।
बता दें कि जिस स्कूल में आरएसएस द्वारा शाखा लगाई जा रही थी यह कोई सरकारी स्कूल नहीं बल्कि एक निजी स्कूल है। इसके बाद भी इन वामपंथी समूहों ने स्कूल को निशाना बनाया और इस विषय में विरोध और नारेबाज़ी की।
इसी सिलसिले में रामाकृष्णन के नेतृत्व में इन लोगों ने सड़क पर नारेबाज़ी प्रारंभ कर दी, जिसके बाद पुलिस द्वारा स्कूल के सामने बैरिकेडिंग करके इन्हें रोका गया। विवाद बढ़ जाने पर यहाँ से पुलिस ने कई प्रदर्शन करने वालों को गिरफ्तार भी किया, जिन्हें बाद में दूर ले जाकर छोड़ दिया गया।
इसके साथ ही संपर्क करने पर, स्कूल के प्रिंसिपल ने टीपीडीके के आरोपों से इनकार किया और कहा कि किसी भी संगठन ने स्कूल परिसर में कोई प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित नहीं किया है।
RSS स्वयंसेवकों पर ही FIR
मामले से संबंधित कई ऐसे वीडियो भी सामने आ रहे हैं जिसमें कुछ लोगों और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की देखी जा सकती है। वीडियो ट्विटर पर यह कहकर फैलाए जा रहे हैं कि पुलिस ने स्कूल में घुसने का प्रयास किया और आरएसएस के लोगों ने उन्हें रोकने की कोशिश की, जिसके बाद दोनों के बीच धक्का-मुक्की और टकराव हुआ।
बता दें कि पुलिस ने इस प्रकार के सभी दावों का खंडन किया और कहा है कि उन्हें स्कूल के दरवाज़े पर नहीं रोका गया।
इस विषय में डिप्टी कमिश्नर टी जयचंद्रन ने कहा:
“हमारी परिसर के अंदर घुसने कि कोई इच्छा नहीं थी। हमने केवल आरएसएस के लोगों से कहा कि वे अंदर चले जाएँ ताकि बाहर विरोध प्रदर्शन और नारेबाज़ी कर रहे लोगों के साथ उनकी झड़प न हो। इसी बीच कुछ लोगों के साथ कहासुनी और धक्का-मुक्की हुई थी।”
साथ ही पुलिस आयुक्त प्रदीप कुमार ने कहा कि जिस व्यक्ति ने कथित तौर पर पुलिसकर्मियों को उनके कर्तव्य का निर्वहन करने से रोका, उसके विरुद्ध मामला दर्ज किया जाएगा।
इतने के बाद भी ट्विटर पर किए गए दावों की मानें तो आरएसएस के ही 5 लोगों के विरुद्ध पुलिस के साथ धक्का-मुक्की करने को लेकर एफआईआर दर्ज करा दी गई है और इस मामले में आगे जाँच जारी है।