सरस्वती वि सर्जन के दिन रूपेश (Rupesh) नाम के व्यक्ति को इस दुनिया से अलविदा कर दिया गया था। आपको बताते चलें कि यह मामला झारखंड (Jharkhand) के छत्रा (Chhatra) का है। इस मामले को लेकर झारखंड में कई लोग कैंडल मार्च कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी के विधायक मनीष जायसवाल (Manish jaiswal) भी रितेश पांडे (Ritesh Pandey) के परिवार के समर्थन में आ गए हैं। इस खबर के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि आखिर रितेश पांडे के साथ ऐसा क्या हुआ था। जिसे लेकर सोशल मीडिया (Social Media) पर खूब चर्चाएं कर रहे हैं। आइए आपको पूरी खबर विस्तार से बताते हैं।
झारखंड में रुपेश के साथ सरस्वती पूजा के दिन हुआ ऐसा
8 फरवरी को झारखंड के हजारीबाग (Hajaribag) में रितेश पांडे को इस दुनिया से अलविदा कर दिया गया था। इस मामले में मु स्लिम समुदाय के कई लोग शामिल थे। झारखंड के भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक मनीष जायसवाल लगातार अपने ट्विटर हैंडल (Twitter Handle) के माध्यम से इस मामले को लेकर ट्वीट कर रहे हैं। सिर्फ इतना ही नहीं मनीष जायसवाल लोगों को एकजुट कर रूपेश पांडे के परिवार को न्याय दिलाने की भी मांग कर रहे हैं।
27 मु स्लिम समुदाय के लोगों के साथ ही 700 अन्य लोगों पर मामला दर्ज
मीडिया द्वारा मिल रही खबरों के अनुसार रूपेश पांडे (Ruprsh Pandey) को इस दुनिया से अलविदा करने में केवल एक समुदाय के लोग शामिल थे। हजारीबाग थाने में झारखंड पुलिस (Jharkhand Pollice) में 27 मु सलमानों के साथ ही साथ 100 अन्य लोगों के ऊपर मामला दर्ज किया है। जिनके बारे में अभी जानकारी नहीं दी जा रही है। सोशल मीडिया पर रूपेश पांडे को लेकर कई लोग ट्वीट कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ कुछ ऐसे भी लोग हैं। जो सवाल करते नजर आ रहे हैं कि आखिर मीडिया में रूपेश पांडे के मामले को क्यों नहीं दिखाया जा रहा है।