घेरले चारू ओर से एतना सवाल बा
आदमी का चैन से जिअल मोहाल बा
जिनगो के बोझ से बा झुक गइल कमर
लोग ओढ़ लेले एतना जवाल बा
इहे रहम का कम बा कि अर्थी न उठ सकल
हो चुकल कबे त ई गरदन हलाल बा
गली – गली में दंगा फसाद मोड़ पर
डेगे – डेग पर इहाँ बहुते बवाल बा
का सुनाई सबसे आपन हवाल हम
उहे हवाल बा जे सभकर हवाल बा