आपका पानी बेस्वाद
आपका खाना ख़राब
आपकी ज़बान ग़लीज़
आपकी पोशाक नक़ली
आपका घर बेहूदा
आपका बाहर बेकार
आपकी रूह लापता
आपका दिल मुर्दार
आपका जिस्म आपसे बेज़ार
आपका नौकर भी है आपसे नाराज़
मेरा वोट लिए बग़ैर भी

आप मेरे सांसद हैं
आपको वोट दिए बग़ैर भी
मैं आपकी रिआया हूँ
अचानक आमने सामने पड़ जाने पर
हम करते हैं एक दूसरे को
विनयपूर्वक नमस्कार। स्रोत :
- पुस्तक : सरे−शाम (पृष्ठ 213)
- रचनाकार : असद ज़ैदी
- प्रकाशन : आधार प्रकाशन
- संस्करण : 2014