वीडियो कंटेंट कंपनी Netflix भारत में कारोबार न बढ़ने से परेशान है। कंपनी ने टीवी केबल ऑपरेटरों पर इसका ठीकरा फोड़ा है। पिछले कुछ समय से हिन्दू विरोधी वेब सीरीज और फिल्मों को लेकर हिन्दुओं ने Netflix का विरोध भी किया था। हाल ही में Netflix ने यहाँ के लोगों के लिए अपने सब्सक्रिप्शन्स के भाव भी घटा दिए थे, लेकिन इसके बावजूद लोग इसमें रुचि नहीं दिखा रहे। साथ ही स्थानीय कंटेंट के नाम भी भी कंपनी करोड़ो रुपए खर्च कर रही है।
भारत में मिली विफलता से परेशान हैं Netflix के उच्चाधिकारी
कंपनी की कमाई के बारे में जानकारी देते समय CEO रिड हैस्टिंग्स ने कहा, “ख़ुशी वाली खबर ये है कि दूसरे अन्य सभी बाजारों में हमारी गाड़ी तेज़ी से चल रही है। लेकिन, परेशान करने वाली बात ये है कि हम भारत में अब तक सफल नहीं रहे हैं। लेकिन, हम वहाँ प्रयास कर रहे हैं।” Netflix ने हाल ही में भारत में अपने प्लान्स के दाम 60% तक कम किए हैं। CEO रिड हैस्टिंग्स का कहना है कि भारत में केबल टीवी का नेटवर्क काफी तगड़ा है और इस देश के बारे में ये खास बात है।
उन्होंने याद दिलाया कि केबल टीवी देखने के लिए मात्र 3 डॉलर (223.26 रुपए) प्रति महीने ही लगते हैं। उन्होंने कहा कि ये पूरी दुनिया के अनुपात में काफी सस्ती है, इसीलिए हमारे लिए यहाँ चीजें काफी कठिन रही हैं। वहीं कंपनी के COO (चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर) ग्रेग पीटर्स ने कहा कि वो भारत में पार्टनरशिप पर जोर दे रहे हैं, ताकि लोगों को ऐसा कंटेंट मुहैरा कराया जा सके जिससे वो जुड़ा हुआ महसूस करें। उन्होंने कहा कि हमें लगा कि दाम घटाने का ये सही वक्त हाउ ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक ये पहुँचे।
उन्होंने कहा, “हमें भारत के लोगों की पसंद को समझने के लिए कुछ और महीने का समय चाहिए। लेकिन, हमें आगे कुछ सकारात्मकता दिख रही है।” बता दें कि हाल ही में हिन्दू विरोधी कंटेंट्स दिखाने के लिए Netflix का अच्छा-खासा विरोध किया गया था। 2018 में कंपनी ने बताया था कि अगले दो वर्षों में वो भारत में 2000 करोड़ रुपए का निवेश करने वाली है। इसे 2016 में भारत में लॉन्च किया गया था। विशेषज्ञों का कहना है कि बॉलीवुड फिल्मों के लिए रुपए लुटाना और क्षेत्रीय योजना पर काम न करना Netflix की विफलता का कारण है। इसके शेयर्स 22% गिरे हैं।
भारत में हिन्दू विरोधी कंटेंट्स के कारण विरोध झेलता है Netflix
बता दें कि ‘भारत रत्न’, ‘दादासाहब फाल्के अवॉर्ड’ और ऑस्कर से सम्मानित दिवंगत फिल्म निर्देशक सत्यजीत रे की कहानियों पर आधारित नेटफ्लिक्स की एक वेब सीरीज आई ‘Ray’, जिसमें 4 एपिसोड थे। इनमें से एक ‘Spotlight’ नाम के एपिसोड में जिसमें एक हिन्दू साध्वी को दिखा कर असली कहानी को ही बदल डाला गया था। इसी तरह बच्चों को लेकर आपत्तिजनक दृश्यों के कारण ‘बॉम्बे बेगम’ नाम की सीरीज पर NCPCR ने कार्रवाई के लिए महाराष्ट्र पुलिस को लिखा था।
इसके अलावा मंदिर का प्रांगण और बैकग्राउंड में आरती और अश्लील दृश्य दिखाने के लिए ‘A Suitable Boy’ नाम की वेब सीरीज की भी आलोचना हुई थी। सैफ अली ख़ान और नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी अभिनीत ‘सेक्रेड गेम्स’, हुमा कुरैशी की ‘लैला’, राधिका आप्टे की ‘Ghoul’ और स्टैंड-अप कॉमेडियन हसन मिन्हाज की ‘पेट्रियट एक्ट’ पर भी हिन्दू घृणा के आरोप लगे थे। इस सम्बन्ध में शिवसेना ने एक शिकायत दर्ज कराई थी। ‘लैला’ नाम की सीरीज में हिन्दुओं को आतंकी की तरह पेश किया गया था।
इसी तरह नेटफ्लिक्स के शो ‘AK vs Ak’ में अनिल कपूर वायुसेना (IAF) की वर्दी में अनुराग कश्यप को आपत्तिजनक शब्द कहते नजर आ रहे थे। इसे लेकर माफ़ी भी माँगनी पड़ी थी। नेटफ्लिक्स (Netflix) ने अपनी सीरीज ‘कृष्णा एंड हिज लीला (Krishna & His Leela)’ में हिन्दू देवी-देवताओं के प्रति घृणा दर्शाया। इसी तरह ‘काबुलीवाला’ सीरीज में टैगोर की मूल कहानी से हट कर नमाज अदा करने वाली हिंदू लड़की को दिखाया गया था। ‘Chhipa’ में भगवान हनुमान का मजाक बनाया गया था।