काफिरों का राज (शासन) समाप्त करके, मुसलमानों का राज (शासन) स्थापित करने अर्थात् अल्लाह की हुकूमत कायम करने के लिये, काफिरों का कत्ल करने अथवा उनको जबरजस्ती मुसलमान बनाने के लिये अर्थात् काफिर और काफिरों की संस्कृति (कुफ्र या शिक) को समाप्त करने के लिये हथियार उठा कर मुसलमानों का सामूहिक रूप से निकल पड़ना, जिहाद अर्थात अल्लाह के लिये युद्ध
होता है वह मुजाहिद कहलाता है। कुरआन में अल्लाह के आदेशानुसार मुसलमानों के धर्म इस्लाम का अन्तिम उद्देश्य दुनियाँ से काफिरों को खत्म करना है और जहाँ भी काफिरों का राज्य (दारूलहरब) हो, वहाँ पर मुसलमानों का राज्य (दारूलइस्लाम) स्थापित करना है। यह अल्लाह अर्थात ईश्वर के लिये किया गया कार्य है।
गाजी अथवा शहीद कौन ?
जिहाद में शामिल होने वाला मुजाहिद यदि कम से कम एक काफिर को मार डाले. तो वह गाजी बन जाता है। लेकिन यदि जिहाद करने वाला मुजाहिद खुद काफिरों के हाथों मारा जाय, तो वह शहीद कहलाता है। ऐसे मुसलमान सभी मुसलमानों में श्रेष्ठ हैं। अल्लाह ऐसे मुसलमानों से अन्य मुसलमानों की अपेक्षा अधिक प्रेम करता है।