आज पूरी दुनियां में मुसलमानों का आतंक बढ़ता जा रहा है। सोमालिया, सूडान, अल्जीरिया, तुर्की, फिलिपींस, अफगानिस्तान, ईरान, सरबिया, बोस्निया, अल्बानिया, लीबिया, चेचेन्या, दागिस्तान, कारगिस्तान, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान तथा कई अरब देश मुस्लिम उग्रवाद के आधुनिक अड्डे हैं, जिनका सरदार पाकिस्तान है। सऊदी अरब का खरबपति ओसामा बिन लादेन बन्दूकों और बमों के बल पर चारो ओर तबाही मचाकर मुसलमानी धर्म इस्लाम का झंडा सारी दुनियाँ में ऊँचा करने निकल पड़ा है। वह इसमें कितना सफल होता है, यह न देखकर, देखिये यह कि इस्लाम के लिये अपने को तथा अपनी खरबों की संपत्ति को कुरबान कर देने का वा मर मिट जाने का ओसामा बिन लादेन और उनके साथियों में कितना जूनून है, उनकी आक्रामकता व मानसिकता कैसी है? (देखें इंडिया टुडे ६ अक्टूबर १९९९) जिहाद जारी रखने के लिये ओसामा बिन लादेन को सऊदी अरब के मुसलमान करोड़ो डालर चन्दा दे रहे हैं। टाइम्स आफ इंडिया १२-४-१९९८ के अनुसार “भारत के मुल्लावादी मुसलमान अफगानिस्तान की कट्टरवादी मुस्लिम तालिबान सरकार के पूर्ण समर्थक हैं, यह भारत की सुरक्षा के लिये बड़ी खतरनाक बात है।” इस बात की पूरी सम्भावना है यदि इस तरह के मुसलमान आतंकवादी अफगानिस्तान में सफल हो गये तो, उसके बाद वह कश्मीर की ओर दौड़ पड़ेंगे, फिर शेष भारत उनका निशाना होगा। आश्चर्य यह है कि आम मुसलमानों को रोटी नहीं, इस्लाम चाहिये। इसीलिये उनको रोटी दिखाकर नहीं बदला जा सकता।