काफिर हिन्दुओं का काम है कमा कर माल इकट्ठा करना और मुसलमानों का काम है उसे लूटकर खाना और खुदा से डरते रहना। यह लूट का माल उनके लिये पवित्र प्रसाद की तरह है। इसीलिये आज करांची (पाकिस्तान) का माफिया सरगना दाऊद इब्राहीम हत्या की धमकी देकर, मुम्बई के धनी हिन्दुओं से सालाना सैकड़ों करोड़ रुपये की हफ्ता वसूली कर रहा है। (इंडिया टुडे) बड़े बड़े हिन्दू उद्योगपति, बिल्डर, व्यापारी, फिल्म निर्माता, निर्देशक व कलाकार दहशत के कारण चुपचाप उसे करोड़ो रूपये पहुँचा रहे हैं। समाचार पत्रों के अनुसार उसकी इस जबरन धन वसूली का जाल भारत के अन्य बड़े शहरों में भी फैल रहा है।

उद्योगपतियों, व्यापारियों, फिल्म निर्माता व निर्देशकों और कलाकारों तथा अन्य महत्वपूर्ण व्यक्तियों के आपसी विवादों पर दो टूक फैसला, करांची में बैठा यही दाऊद इब्राहीम करता है और बदले में भारी रकम वसूल करता है। उसके फैसले को बिना कोई प्रश्न किये अन्तिम रूप से तुरन्त मानना पड़ता है। भारत में यह दाऊद इब्राहीम कानून से ऊपर है, उसके मुंह से निकला हर वाक्य ही कानून है। दाऊद इब्राहीम अधिकांश फिल्म अभिनेता व अभिनेत्रियों में से जिसको चाहे, जहाँ चाहे, जब चाहे बुला सकता है। उनको मौत के डर से जाना ही पड़ता है।

इतना विशाल भारत देश तथा भारत में ८० करोड़ हिन्दू और हिन्दुओं की तथाकथित धर्मनिरपेक्ष सरकारें, फिर भी कराँची (पाकिस्तान) में बैठा दाऊद इब्राहीम पूरे भारत में बड़े धनी हिन्दुओं को डराये है और भारत की आर्थिक राजधानी मुम्बई को उंगलियों पर नचा रहा है। उसकी गिरफ्त में पूरा भारत इस हद तक आ चुका है कि उसके प्रतिद्वन्दी हिन्दू माफिया सरगना अपने ही देश भारत में रहना खतरनाक समझते हैं। पाकिस्तान का एक अकेला मुसलमान दाऊद इब्राहीम पूरे भारत पर छाया हुआ है। इस देश के धनी हिन्दुओं से हजारों करोड़ रुपये टैक्स वसूल कर अपना अलग कानून लागू किये है। इसके बाद भी इस देश के नेता शेखी बघारते रहते हैं।

अभी यह हाल है, तो पच्चीस साल बाद क्या होगा? इसे सोचिये और बार-बार सोचिये। भारत के हिन्दू नौजवानों के सर पर भविष्य का इतना बड़ा खतरा मँडरा रहा है, फिर भी उनको, विशेषकर अधिक पढ़े लिखे और धनी हिन्दुओं को यह खतरा दिखाई ही नहीं दे रहा। वह इस विषय पर चर्चा करना तो दूर, इसे सुनने तक से डरते हैं। इसका दुष्परिणाम उन्हें भुगतना पड़ेगा। हिन्दू ‘आज’ से डरते हैं। लेकिन ‘भविष्य से नहीं डरते। जबकि होना उल्टा चाहिये कि ‘आज’ तो सामने है, अतः उसका साहस से डटकर मुकाबला करना चाहिए और भविष्य से डरना चाहिए। क्योंकि भविष्य से डरने वाला व्यक्ति कभी कमजोर नहीं होता। वह अपने को हर प्रकार से मजबूत रखता है। अतः वह संकट में नहीं फॅसता।

मुकेश पाण्डेय

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here