सुअरबाड़े में हुर हुर : संजय चतुर्वेदी

एक सुअर बोलता है हुर दूसरा बोलता है हुर हुर  एक तीसरा सुअर जो बाक़ी दोनों से ज़्यादा संवेदनशील मन जाता है धीरे से सरकाता है...

शीघ्रपतन : प्रकृति करगेती

पालतू बनने के डर से जब कुछ आदमी औरतों की जाँघों से निकल गए

हिंदू सांसद : असद ज़ैदी

आपका पानी बेस्वाद आपका खाना ख़राब आपकी ज़बान ग़लीज़

एक ललक जीवन की उद्दाम आकांक्षाओं की

एक गए दिन जैसे गुज़रे हैं उन्हें भयानक कहूँ या उस भयावहता का साक्षात्कार, जिसका एक अंश मुझ-से मुझ-तक...

नरेंद्र कोहली – एक युग प्रवर्तक साहित्यकार

विवशता, जड़ता, किंकर्तव्यविमूढ़ता, भय, आपात और उहापोह कोरोना काल का स्थायी भाव है। अभी सर्वशक्तिमान भी शक्तिहीनता बोध से भरा दिख रहा...

इस महादेश की मुस्लिम स्त्री की छबि का प्रमाणिकता से विस्तृत विश्लेषण तथा विवेचन

हज़ारों ख़्वाहिशें ऐसी कि हर ख़्वाहिश पे दम निकले बहुत निकले मिरे अरमान लेकिन फिर भी कम निकले

आज नया आगाज़ है

बीत गयी वो शाम,आज नया आगाज़ है, आँखों में नये सपने हैं,होठों पे नये नगमें हैं.

उर्दू देवनागरी लिपियाँ – एक तुलनात्मक अध्ययन

USA and Britain are called two nations divided by the same language. I think Hindi and Urdu remain the same language divided...

छुओ न मेरा तट लहरों ||कविता||

छुओ न मेरा तट लहरोंजा कहीं सुकोमल गान भरो मेरी ही तृष्णा मुझकोसरिता के पास सुला जाती हैमेरे ही...

वामपंथ के विद्रोही थे डॉ. रामविलास शर्मा

वामपंथ आयातित और दुराग्रही विचारों पर टिका था, जो अब पूरी दुनिया में अमान्य हो चुका है । अपने विपक्षियों पर अधिनायकवाद...

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