हिंदू सांसद : असद ज़ैदी
आपका पानी बेस्वाद
आपका खाना ख़राब
आपकी ज़बान ग़लीज़
सुअरबाड़े में हुर हुर : संजय चतुर्वेदी
एक सुअर बोलता है हुर दूसरा बोलता है हुर हुर एक तीसरा सुअर जो बाक़ी दोनों से ज़्यादा संवेदनशील मन जाता है धीरे से सरकाता है...
चाँद का मुँह टेढ़ा है : गजानन माधव मुक्तिबोध
नगर के बीचो-बीच
आधी रात—अँधेरे की काली स्याह
शिलाओं से बनी हुई
भीतों...
मेरे ख़ून का एक संक्षिप्त इतिहास : पराग पावन
मेरे पुरखे
वहाँ, जंगल के उस पार
टीलों और पहाड़ों पर
अपने ढोर...
जश्न है जीत का
सुन ले ख़ुदा ग़ौर से ज़राआसमाँ मेरा अब आसमाँ मेरानींद तोड़ के ख़्वाब उड़ गएआसमाँ मेरा अब आसमाँ मेराआसमाँ मेरा अब आसमाँ...